अनमोल मोती


अनमोल मोती


👉कामयाबी हासिल करने के लिए कौशिश करनी चाहिए, और कौशिश  करते वक्त मकसद और मंज़िल नज़रमे होनी चाहिए.

👉मंज़िल तक  पहुँचने के लिए उम्मीद जरुरी है. और उम्मीद तब पूरी होती है जब निय्यत नेक हो. नेक निय्यत वाला कामयाब होता है.

👉माँ की मेहरबानियाँ आस्मान के सितारों जितनी है.

👉माँ-बाप की इताअत-फ़रमाँबरदारी से अल्लाह तआला राज़ी होता है.

👉मेहनत करते  रहो. मेहनतकी बेसुमार बरकते है. मेहनत करनेवाले  का जिस्म तंदुरस्त, दिमाग साफ, दिल फ़ैयाज़ और जेब भरी रहती है. और लोग मेहनत करनेवाले की कदर करते है. अल्लाह तआलाकी नज़रमे मेहनतभी इबादत है.

👉आपस-आपसमें इस तरह मिलो के दुबारा मिलनेकी तमन्ना पैदा हो.

👉अकल्मन्दकी सच्ची पहचान गुस्सेकी हालतमे होती है.

👉इंसान जितनी मेहनत बुराई छुपानेमे करता है उतनी मेहनत करे तो बुराई से बच सकता है.

👉एहसान इन्सानको एक दिन गुलाम बना देता है.

👉गुनाह छोटा हो चाहे बड़ा किसी न किसी तरह गुनेहगारको  बेचैन करता रहता है.

👉यादें आसमान पर चमकने वाले सितारोंकी तरह होती है, सितरोको चमकते हुवे और यादोको उभरते हुवे कोई भी नहीं रोक सकता.

👉दुनियाकी मोहब्बत सारे गुनाहकी सरदार है, और यही मोहब्बत इन्सानको अँधा, गूंगा, बहेरा और खुदगर्ज बना देती है.

👉दौलत कमाना बुरा नहीं, दौलत खर्च करना भी बुरा नहीं. मगर गलत तरीकेसे कमाना और ना-जाएज़ जगह खर्च  करना बुरा  है.

👉बेहतरीन कलाम (बातचीत) वाही है जिसमे अल्फ़ाज़ कम और मानी (समझदारी) ज़यादा हो.